Vaastu

भवनमें जहॉं कट होता है तो उस दिशामें पृथ्वीतत्व शून्य हो जाता है तथा आकाश प्रकाश उर्जा के स्पंदन अधिक मात्रा में रहते हैं । इसलिये अस्तदिशाओंमें कट रहनेसे ये स्पंदन सूर्य पिंगला नाड़ी का प्रभाव बढ़ाते हैं । इस नाड़ी का परिणाम क्रूर और कठिणकर्मा कहा गया है ।

In any home where there lies cut there earth effect becomes null and void . This leads to excitation of the ether-energy-light . So if these cuts are to sink directions then these excitations lead to cruel effects of the Pingala streams .

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